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1. प्रश्न : हड़प्पा सभ्यता के खोज की घोषणा के सम्बन्ध सही तथ्य है ?
(a) यह घोषणा 20 सितम्बर 1924 ई. को की गई
(b) यह घोषणा सर जॉन मार्शल द्वारा की गई
(c) यह घोषणा लन्दन से प्रकाशित ‘दी इलस्ट्रेटेड लन्दन न्यूज’ नामक समाचार पत्र में की गई
(d) उपरोक्त सभी (D)
2. प्रश्न : रेगिस्तान का बगीचा किस सभ्यता स्थल को बोला जाता है ?
(a) हड़प्पा
(b) धौलावीरा
(c) चन्हूदड़ो
(d) इनमें से कोई नहीं (D)
3. प्रश्न – किस सभ्यता स्थल को ‘तोरण द्वार के नगर’ के रूप में जाना जाता था ?
(a) हड़प्पा
(b) धौलावीरा
(c) चन्हूदड़ो
(d) मुओजो दड़ो (A)
4. प्रश्न : HR कब्रिस्तान किस सभ्यता स्थल में पाया गया ?
(a) हड़प्पा
(b) धौलावीरा
(c) चन्हूदड़ो
(d) मुओ जो दड़ो (A)
5. प्रश्न : सैन्धव मुहरों के आधार पर सिंध सभ्यता का काल क्रम 2350 – 1750 ई.पू. किसने निर्धारित किया था ?
(a) सी. जे. गैड
(b) माल्कम
(c) चार्ल्स मैसन
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं (A)
6. प्रश्न : किस पुरातत्ववेत्ता ने मत प्रस्तुत किया कि सैन्धव सभ्यता का विकास डाबरकोट(बलोचिस्तान) एवं जुदिरजोदाड़ो (सिंध) से हुआ ?
(a) एच. डी. सांकलिया
(b) अमलानंद घोष
(c) माधोस्वरूप वत्स
(d) लक्ष्मण स्वरूप (A)
7. प्रश्न : किस इतिहासकार के अनुसार सैन्धव सभ्यताक के निर्माता द्रविड़ प्रजाति के लोग थे?
(a) राखाल दास बनर्जी एवं के.एन. शास्त्री
(b) सुनीति कुमार चटर्जी
(c) पुसालकर, आर.पी. चन्द्रा
(d) इनमें से कोई नहीं (B)
8. प्रश्न : ‘सिन्धु एवं वैदिक दोनों सभ्यताएँ एक ही आधारभूत संस्कृति के दो प्रतिरूप हैं’ – यह कथन किसका है ?
(a) के.एन. शास्त्री
(b) एस.आर. राव
(c) पुसालकर, आर.पी. चन्द्रा
(d) वाकणकर (D)
9. प्रश्न : बलूचिस्तान के किस पूर्व हड़प्पाई स्थल से ग्रिड पैटर्न कृषि के साक्ष्य प्राप्त हुए है ?
(a) कालीबंगा
(b) पिराक
(c) उपरोक्त दोनों
(d) शोर्तुघई (A)
10. प्रश्न : हड़प्पा सभ्यता का व्यापारिक उपनिवेश था ?
(a) शोर्तुघई
(b) मुंडिगाक
(c) उपरोक्त दोनों
(d) मेलुहा (C)
11. प्रश्न : सामुदायिक यज्ञवेदियों के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं ?
(a) कालीबंगा
(b) बनावली
(c) उपरोक्त दोनों
(d) संघोल, बनावली, कालीबंगा, मांडा, आमरी, नगेश्वर, बगड़, रखीगढ़ी, (C)
12. प्रश्न : एकमात्र हड़प्पाई स्थल (उत्तर ताम्र पाषाणिक) जहाँ से प्रस्तर निर्मित सुरक्षा प्राचीर प्राप्त हुई ?
(a) बाबरकोट
(b) अल्लाहदीनो
(c) चन्हूदड़ो
(d) उपरोक्त सभी (A)
13. प्रश्न : हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से अदरक की प्राप्ति हुई ?
(a) मंडी
(b) संघोल
(c) मिताथल
(d) बालू (D)
14. प्रश्न : किस हड़प्पा सभ्यता स्थल से Vanity Box प्राप्त हुआ ?
(a) हड़प्पा
(b) धौलावीरा
(c) चन्हूदड़ो
(d) मुओ जो दड़ो (A)
15. प्रश्न : मेहरगढ़ से प्राप्त हुए है ?
(a) सिन्दूर से भरी माँग युक्त स्त्री मृण्मूर्तियाँ
(b) कपास की खेती का प्राचीनतम साक्ष्य
(c) इनमें से कोई नहीं
(d) उपरोक्त सभी (D)
16. प्रश्न : सूती वस्त्र के निशान युक्त मुद्रा कहाँ से प्राप्त हुई है ?
(a) लोथल
(b) हड़प्पा
(c) बनावली
(d) मुओजोदड़ो (A)
हड़प्पा सभ्यता महत्वपूर्ण जानकारी
हड़प्पा सभ्यता का प्रकार :
1. आद्य ऐतिहासिक
2. कांस्य युगीन
प्रथम जानकारी :
1. 1826 ई. में
2. चार्ल्स मैसन द्वारा 1842 ई. के अपने लेख Narrative of Journeys में प्रकाशित
प्रथम ज्ञात पुरातात्विक सामग्री :–
1. 1856 ई. में
2. कराँची-लाहौर रेलवे लाईन के निर्माण के दौरान
प्रथम खोज एवं उत्खनन :
1. 1921 ई. में
2. खोजा गया स्थल : हड़प्पा
A. स्थिति – पाकिस्तान पंजाब में
B. मोंटगुमरी जिले में
C. रावी नदी के तट पर
3. खोजकर्ता : दयाराम साहनी द्वारा
Note : प्रथम खोजा गया एवं उत्खनित स्थल : हड़प्पा
द्वितीय खोजा गया एवं उत्खनित स्थल : मोहेजोदाड़ो Harappa Civilization Objective Question
द्वितीय खोज एवं उत्खनन :–
1. 1922 ई. में
2. खोजा गया स्थल : मोहेजोदाड़ो (वास्तविक नामकरण ‘मुओ जो दाड़ो’)
A. स्थिति – सिंध (पाक)
B. लरकाना जिले में
C. सिंध नदी के तट पर
3. खोजकर्ता : राखाल दास बनर्जी द्वारा
हड़प्पा सभ्यता के खोज की घोषणा :-
1. 20 सितम्बर 1924 ई.
2. सर जॉन मार्शल द्वारा
3. लन्दन में ‘दी इलस्ट्रेटेड लन्दन न्यूज’ में प्रकाशित लेख में 1921 एवं 1922 की क्रमशः हड़प्पा एवं मोहे जो दाड़ों स्थलों के खोज की घोषणा
नामकरण :–
1.सिन्धु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) : सर जॉन मार्शल द्वारा
2. Indian Civilization (भारतीय सभ्यता) :
सर जॉन मार्शल ने अपनी पुस्तक Mohejodaro and Indus Civilization नामक पुस्तक (1931) में विचार प्रकट किया था भविष्य में यदि इस सभ्यता से सम्बन्धित स्थल यदि सिन्धु नदी घाटी क्षेत्र से बाहर प्राप्त हो जाए तो इसे ‘भारतीय सभ्यता’ नाम दिया जा सकता है.
3. सिन्धु- सभ्यता :
मोर्टीमर व्हीलर द्वारा अपनी पुस्तक ‘Civilization of the Indus valley and Beyond में
4. हड़प्पा सभ्यता :
A. तकनीकी तौर पर सही नामकरण
B. प्रथम उत्खनित स्थल हड़प्पा के नाम पर
3. First Urban Revolution (प्रथम नगरीय क्रांति) : गॉर्डन चाइल्ड द्वारा
4. वृहत्तर सिन्धु सभ्यता : मुहम्मद रफीक मुग़ल
5. तृतीय वैश्विक कांस्य युगीन सभ्यता :
6. सिन्धु-सरस्वती सभ्यता :
7. प्रथम नगरीय सभ्यता : गॉर्डन चाइल्ड
8. कांस्य युगीन सभ्यता :
हड़प्पा सभ्यता की अवधि :–
A. जॉन मार्शल : 3250 ई.पू – 2750 ई.पू.
B. मैके : 2800 ई.पू. – 2500 ई.पू.
C. माधोस्वरूप वत्स : 3500 – 2700 ई.पू.
D. सी. जे. गैड : 2350 – 1750 ई.पू. (सैन्धव मुहरों के आधार पर )
E. स्टुअर्ट पिग्गट एवं व्हीलर: 2500 – 1500 ई.पू. (अक्काद नरेश सारगोन के अभिलेख 2370 – 2284 ई.पू.के आधार पर)
F. डेल्स : 2900 ई.पू. – 1900 ई.पू. (कोटदीजी, अमरी, मोहेजोदाड़ों, हड़प्पा, कालीबंगा, लोथल एवं रोजदी सहित अनेक दक्षिण एशियाई समकालीन स्थलों के तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर)
G. रामशरण शर्मा : 2500 – 1800 ई.पू.
H. C14 (रेडियो कार्बन डेटिंग विधि) : 3200 ई.पू. – 1300 ई.पू.
a. पूर्व हड़प्पाई काल : 3200 – 2600 ई.पू.
b. नगरीय काल : 2500 – 1800 ई. पू.
c. उत्तर हड़प्पाई ताम्र – पाषाणिक काल : 1700 – 1300 ई. पू. Harappa Civilization Objective Question
I. सर्वाधिक मान्य तिथि : 2500 – 1500 ई.पू.
निर्माता :
A. उत्तर-पश्चिम सीमान्त स्थानीय प्राक् हड़प्पाई ताम्र-पाषाणिक ग्रामीण कृषक संस्कृतियों से विकास :
अमलानंद घोष द्वारा प्रस्तुत सिद्धांत
a. सोथी निवासियों द्वारा : अमलानंद घोष द्वारा
b. डाबरकोट(बलोचिस्तान) एवं जुदिरजोदाड़ो (सिंध) : एच. डी. सांकलिया
c. नव पाषाणिक कालीन मानव बस्तियों (प्रारम्भिक हड़प्पा संस्कृति) से : मुहम्मद रफीक मुग़ल
B. द्रविड़ प्रजाति से : सुनीति कुमार चटर्जी
C. ऋग्वेदिक ‘दास’ / ‘दस्यु’ से : राखाल दास बनर्जी एवं के.एन. शास्त्री
Note : ऋग्वेद में हड़प्पा सभ्यता के लिए ‘हरियूपिया’, कालीबंगा के लिए ‘बहुधान्यकटक’ शब्द का प्रयोग हुआ है जबकि इंद्र को ‘पुरन्दर’ अर्थात दुर्गों का नाशक बतलाया गया है एवं हड़प्पाई नगर दुर्गीकृत थे.
D. ऋग्वेद में उल्लेखित ‘पाठी’ : पुसालकर, आर.पी. चन्द्रा
E. ईरानी सुमेरियन / मेसोपोटामियाई निवासी : डी डी कोशाम्बी, मोर्टीमर व्हीलर, गोर्डन चाइल्ड, सर जॉन मार्शल, मैके
F. वैदिक आर्य : बी बी लाल, लक्षमण स्वरूप एवं रामचन्द्र बुद्ध प्रकाश
Note : हड़प्पा सभ्यता के निर्मात वैदिक आर्यों को बतलाने वाला प्रथम इतिहासकार बी बी लाल है. जबकि हड़प्पा सभ्यता के पतन का को आर्य आक्रमण से जोड़ने वाला प्रथम विद्वान् राम प्रसाद चंदा था जिसका समर्थम सबसे पहले गोर्डन चाईल्ड ने एवं तत्पश्चात मोर्टीमर व्हीलर एवं पिग्ग्ट ने किया.
G. बलोची ग्रामीण पाषाण संस्कृतियाँ : रोमिला थापर, फेयर सर्विस, डी.पी. अग्रवाल एवं एस.आर. रा
आकार : त्रिभुजाकार
कुल क्षेत्रफल : 12,99,600 वर्ग किलोमीटर – रंगनाथ राव के अनुसार
हड़प्पा सभ्यता की विशेषताएँ :–
i. सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप की प्राचीनतम नगरीय सभ्यता
ii. भारत की प्रथम सभ्यता (यद्यपि इतिहासकार इस तथ्य पर एकमत नहीं हैं क्योंकि पारम्परिक अवधारणों के विरुद्ध वे वैदिक लोगों को ही हड़प्पा की नगरीय संस्कृति के निर्माता मानते हैं)
iii.शान्ति प्रिय निवासी (क्योंकि आयुध नगण्य मात्रा में प्राप्त)
iv. वाणिज्य-व्यापार प्रधान अर्थव्यवस्था
v. कांस्य उपकरणों की तुलना में ताम्र-पाषाणिक उपकरण बहुतायत में प्राप्त
vi. लौह धातु से पूर्णतया अपरिचित
vii. घोड़े से परिचित
viii. भोजन शाकाहारी-मांसाहारी
ix. तीर-कमान एवं मंदिर के साक्ष्य प्राप्त नहीं
x. भवन निर्माण में पक्की ईंटों का प्रयोग हुआ है.
xi. सम्पूर्ण हड़प्पाई बस्तियाँ कच्ची ईंटों की सुरक्षा प्रचीर से घिरी हुई प्राप्त हुई हैं अर्थात हड़प्पाई बस्तियां दुर्गीकृत / किलेबंद हैं.
xii. समाज मातृसत्तात्मक था क्योंकि विभिन्न हड़प्पाई स्थलों के उत्खनन से नग्न स्त्री (मातृदेवी) प्रतिमाएँ पुरुष प्रस्तर अथवा मृण्मूर्तियों की तुलना में बहुत अधिक पाई गई हैं.
xiii. ईरानी मेसोपोटामियाई (सुमेरियाई) तथा मिस्री सभ्यता के साथ व्यापारिक-वाणिज्यिक सम्बन्ध थे यद्यपि ये सम्बन्ध ईरान के साथ अपेक्षाकृत अधिक प्रगाढ़ थे.
XIV. हड़प्पा सभ्यता दुनिया की प्रथम ज्ञात संस्कृति है जो भूमि खोद कर कुओं के माध्यम से भू जल स्तर तक पहुँची.
XV. नदी, कुएं, कुंड, स्नानागार आयर बेजोड़ जल निकासी व्यवस्था के कारण हम हड़प्पा सभ्यता को ‘जल संस्कृति’ भी बोल सकते हैं.
हल :–
i. विश्व के प्राचीनतम हल के निशान (जुते हुए खेत) : कालीबंगा
ii. पक्की मिट्टी (टेराकोटा) हल का खिलौना (मॉडल) : बहावलपुर (पाक) एवं बनावली (हरियाणा )
ताम्र कुल्हाडी : मिताथल (हरियाणा)
दुनिया के दो सबसे पुराने नियोजित नगर : हड़प्पा एवं मुओ जो दड़ो
दैवीय मार्ग (डिविनिटी स्ट्रीट) : मुओ जो दड़ो के दुर्ग टीले में स्तूप से सीधे आनुष्ठानिक कुंड (Great Bath) को जाने वाला उत्तर-दक्षिण गली जो महाविद्यालय भवन (पुरोहित आवास) के पूर्व से निकल रही है एवं इस गली में एक भूमिगत ढकी नाली भी स्थित है. इस दैवीय मार्ग की दाएँ ओर की विशाल दीवारें कनिष्क स्तूप के नीचे दबे मकानों की हैं.
‘नगरीय भारत का सबसे पुराना लैंडस्केप’ : कनिष्क द्वारा निर्मित बुद्ध स्तूप (मुओ जो दड़ो के पश्चिमी दुर्ग टीले पर स्थित) को कांस्य कुल्हाड़ी : मुओ जो दड़ोटकसाल (Mint House) : मांडी (UP)नालियाँ : i. लकड़ी : कालीबंगा ii. पकी मिट्टी (टेरोकोटा) पाइप : चन्हूदड़ो, मुओ जो दड़ो
ऑक्सफोर्ड सर्कस (Oxford Circus) : हडपा सभ्यता में के लगभग सभी प्रमुख नगरों में प्रमुख सडक को प्रथम सड़क (राजपथ-9.15 m चौडाई) बोला गया है. आमतौर पर नगरों में प्रवेश पूर्वी सड़क से होता था एवं जहाँ यह प्रथम सड़क को से मिलती थी उसे Oxford Circus बोला गया है.
हड़प्पा सभ्यता का व्यापारिक चौराहा : सुत्कागेंड़ोर
सैन्धव सभ्यता का औद्योगिक नगर : चन्हूदड़ों
सैन्धव सभ्यता का अर्द्ध औद्योगिक नगर : हड़प्पा
H संस्कृति (समाधि क्षेत्र) : परवर्ती (उत्तर) हड़प्पाई ग्रामीण ताम्र – पाषाणिक कृषक संस्कृति
हडप्पा सभ्यता के पतन का कारण :–
1. बाढ़ : मार्शल
2. आर्यों का आक्रमण : व्हीलर, गार्डन चाइल्ड, मैके, पिग्गट
3. विदेशी व्यापार में गतिरोध : डब्ल्यू.एफ.अल्ब्राइट
4. महामारी : के.यू.आर.कनेडी
5. अदृश्य गाज : एम. दिमित्रियेव Harappa Civilization Objective Question