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उपसर्ग की परिभाषा :- योगियों की योगसाधना के बीच होनेवाले विघ्न को उपसर्ग कहते हैं।
ये निम्नलिखित प्रकार के बताए गए हैं :-
- संस्कृत के उपसर्ग
- हिन्दी के उपसर्ग
- उर्दू और फ़ारसी के उपसर्ग अंग्रेज़ी के उपसर्ग
- उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय।
उपसर्ग और उनके अर्थबोध :-
संस्कृत में बाइस (22) उपसर्ग हैं। प्र, परा, अप, सम्, अनु, अव, निस्, निर्, दुस्, दुर्, वि, आ (आङ्), नि, अधि, अपि, अति, सु, उत् /उद्, अभि, प्रति, परि तथा उप।
इनका अर्थ इस प्रकार है :-
उदाहरण :-
- अति – (आधिक्य) अतिशय, अतिरेक;
- अधि – (मुख्य) अधिपति, अध्यक्ष
- अधि – (वर) अध्ययन, अध्यापन
- अनु – (मागुन) अनुक्रम, अनुताप, अनुज;
- अनु – (प्रमाणें) अनुकरण, अनुमोदन.
- अप – (खालीं येणें) अपकर्ष, अपमान;
- अप – (विरुद्ध होणें) अपकार, अपजय.
- अपि – (आवरण) अपिधान = अच्छादन
- अभि – (अधिक) अभिनंदन, अभिलाप
- अभि – (जवळ) अभिमुख, अभिनय
- अभि – (पुढें) अभ्युत्थान, अभ्युदय.
- अव – (खालीं) अवगणना, अवतरण;
- अव – (अभाव, विरूद्धता) अवकृपा, अवगुण.
- आ – (पासून, पर्यंत) आकंठ, आजन्म;
- आ – (किंचीत) आरक्त;
- आ – (उलट) आगमन, आदान;
- आ – (पलीकडे) आक्रमण, आकलन.
- उत् – (वर) उत्कर्ष, उत्तीर्ण, उद्भिज्ज
- उप – (जवळ) उपाध्यक्ष, उपदिशा;
- उप – (गौण) उपग्रह, उपवेद, उपनेत्र
- दुर्, दुस् – (वाईट) दुराशा, दुरुक्ति, दुश्चिन्ह, दुष्कृत्य.
- नि – (अत्यंत) निमग्न, निबंध
- नि – (नकार) निकामी, निजोर.
- निर् – (अभाव) निरंजन, निराषा
- निस् (अभाव) निष्फळ, निश्चल, नि:शेष.
- परा – (उलट) पराजय, पराभव
- परि – (पूर्ण) परिपाक, परिपूर्ण (व्याप्त), परिमित, परिश्रम, परिवार
- प्र – (आधिक्य) प्रकोप, प्रबल, प्रपिता
- प्रति – (उलट) प्रतिकूल, प्रतिच्छाया,
- प्रति – (एकेक) प्रतिदिन, प्रतिवर्ष, प्रत्येक
- वि – (विशेष) विख्यात, विनंती, विवाद
- वि – (अभाव) विफल, विधवा, विसंगति
- सम् – (चांगले) संस्कृत, संस्कार, संगीत,
- सम् – (बरोबर) संयम, संयोग, संकीर्ण.
- सु – (चांगले) सुभाषित, सुकृत, सुग्रास;
- सु – (सोपें) सुगम, सुकर, स्वल्प;
- सु – (अधिक) सुबोधित, सुशिक्षित
कुछ शब्दों के पूर्व एक से अधिक उपसर्ग भी लग सकते हैं।
उदाहरण :-
- प्रति + अप + वाद = प्रत्यपवाद
- सम् + आ + लोचन = समालोचन
- वि + आ + करण = व्याकरण
- अत्युत्कृष्ट, निर्विकार, सुसंगति इत्यादि
उर्दू उपसर्ग :-
- उपसर्ग – अर्थ – शब्दरूप
- अल – निश्र्चित, अन्तिम – अलविदा, अलबत्ता
- कम – हीन, थोड़ा, अल्प – कमसिन, कमअक्ल, कमज़ोर
- खुश – श्रेष्ठता के अर्थ में – खुशबू, खुशनसीब, खुशकिस्मत, खुशदिल, खुशहाल, खुशमिजाज
- ग़ैर – निषेध – ग़ैरहाज़िर ग़ैरकानूनी ग़ैरवाजिब ग़ैरमुमकिन ग़ैरसरकारी ग़ैरमुनासिब
- दर – मध्य में – दरम्यान दरअसल दरहकीकत
- ना – अभाव – नामुमकिन नामुराद नाकामयाब नापसन्द नासमझ नालायक नाचीज़ नापाक नाकाम
- फ़ी – प्रति – फ़ीसदी फ़ीआदमी
- ब – से, के, में, अनुसार – बनाम बदस्तूर बमुश्किल बतकल्लुफ़
- बद – बुरा – बदनाम बदमाश बदकिस्मत बदबू बदहज़मी बददिमाग बदमज़ा बदहवास बददुआ बदनीयत बदकार
- बर – पर, ऊपर, बाहर – बरकरार बरवक्त बरअक्स बरजमां कंठस्थ
- बा – सहित – बाकायदा बाकलम बाइज्जत बाइन्साफ बामुलाहिज़ा
- बिला – बिना – बिलावज़ह बिलालिहाज़ बिलाशक बिलानागा
- बे – बिना – बेबुनियाद बेईमान बेवक्त बेरहम बेतरह बेइज्जत बेअक्ल बेकसूर बेमानी बेशक
- ला – बिना, नहीं – लापता लाजबाब लावारिस लापरवाह लाइलाज लामानी लाइल्म लाज़वाल
- सर – मुख्य – सरहद सरताज सरकार सरगना
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